देश का अनोखा मामला : जिन मेयर-पार्षदों के जिम्मे सफाई, वे ही बने हड़ताल के अगुआ, 3 दिन में सड़कों पर करीब 26400 क्विंटल कचरा जमा

देश का अनोखा मामला : जिन मेयर-पार्षदों के जिम्मे सफाई, वे ही बने हड़ताल के अगुआ, 3 दिन में सड़कों पर करीब 26400 क्विंटल कचरा जमा


पटना / तीसरे दिन भी सफाई कर्मचारियों की हड़ताल टूटने की बजाय और उलझ गई। जिन मेयर-पार्षदों के जिम्मे सफाई की व्यवस्था है, उन्होंने निगम की साधारण सभा में प्रस्ताव पास किया कि वे हड़ताली सफाई कर्मचारियों के पक्ष में हाईकोर्ट जाएंगे। वहीं, राज्य सरकार ने चेतावनी दी है कि गुरुवार तक हड़ताली कर्मचारी काम पर लौटें, नहीं तो सख्त कार्रवाई होगी। जो कर्मी सफाई में बाधा डालेगा, उस पर केस होगा। देर शाम देर शाम निगम प्रशासन ने प्रमुख सफाई यूनियन नेताओं नंदकिशोर और चंद्रप्रकाश समेत 6 पर सरकारी काम में बाधा डालने और लोगों को हंगामे लिए उकसाने के आरोप में केस दर्ज करा भी दिया। नगर विकास विभाग ने सभी जिलाधिकारियों, नगर आयुक्तों और कार्यपालक अधिकारियों को पत्र भेज कहा है कि जो कर्मी सफाई में बाधा डालें उन पर काम में बाधा डालने के आरोप में केस दर्ज करें। इस संबंध में नगर विकास विभाग के सचिव गुरुवार को सभी नगर निगमों के आयुक्तों एवं अन्य शहरी निकायों के कार्यपालक अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग करेंगे। उनसे नगर की साफ-सफाई एवं हड़ताल से हो रही परेशानी की बाबत बात भी करेंगे।


विभाग ने यह भी निर्णय किया है कि जिन निकायों में सफाई कर्मी के कारण सफाई व्यवस्था बाधित हो रही है, उन जिलों में ऊर्जा विभाग के अन्तर्गत बिजली कंपनी में कार्यरत आउटसोर्सिंग एजेंसी के कर्मी साफ-सफाई का काम करेंगे। पटना में डीएम कुमार रवि ने शहर की सफाई व्यवस्था की कमान संभाल ली है। रात में सफाई के लिए प्रत्येक अंचल में दो-दो टीमें गठित करने का निर्देश दिया गया है।


4300 घोषित, बाकी अघोषित हड़ताल पर


दैनिक वेतन पर रखे 4300 सफाई कर्मी घोषित हड़ताल पर, लेकिन बाकी एजेंसियों के जरिए रखे 2200 कर्मचारी, मुख्यालयों के स्तर पर नियुक्त 1900 कर्मचारी अघोषित हड़ताल पर। हड़ताल को निगम के सभी कर्मियों का समर्थन है। इससे डोर टू डोर कूड़ा उठाव का काम भी पूरी तरह से ठप है। 


हड़ताली कर्मचारियों ने पानी सप्लाई भी रोकी


हड़ताली कर्मियों ने जल पर्षद के दैनिक कर्मियों से सहयोग की मांग करते हुए बुधवार को वार्ड नंबर 59 के नौजर कटरा बोरिंग पंप को ठप कर दिया। इससे दीवान मोहल्ला, रामजानकी चौराहा, पातो का बाग, सीढ़ी घाट, हमाम, दुली घाट, तारिणी प्रसाद लेन समेत कई मोहल्लों की अाबादी प्रभावित रही।


हमारे पास कोई रास्ता नहीं था : यूनियन नेता 
पटना नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ के महासचिव नंदकिशोर दास ने कहा कि कर्मचारियों के सामने हड़ताल के सिवा कोई रास्ता नहीं था। पटना नगर निगम स्टाफ यूनियन के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि कर्मचारियों की वाजिब मांगों को माने जाने तक हड़ताल जारी रहेगी।


सरकार ने पहले निगम से नहीं की बात : मेयर
दैनिक मजदूरों को सेवा से हटाने के अादेश अाैर इसके खिलाफ नगर निगम के सफाईकर्मियाें की हड़ताल के मुद्दे पर बुधवार काे बुलाई गई बोर्ड की विशेष बैठक हंगामेदार रही। इसमें इस मामले को कोर्ट में ले जाने का निर्णय लिया गया। मेयर सीता साहू ने कहा कि लोकायुक्त के आदेश के तहत अचानक आदेश जारी कर दिया गया। सरकार को पहले नगर निगम प्रशासन से राय लेनी चाहिए थी। निगम प्रशासन की मुखिया के तौर पर मेरा दायित्व है। हमलोग कर्मचारियों के साथ हैं। आप यह नहीं कह सकते कि हमलोग कर्मचारियों को भड़का रहे हैं।


हड़ताली 6 कर्मचारी नेताओं पर केस दर्ज 


नगर निगम प्रशासन ने हड़ताली सफाईकर्मियों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। नूतन अंचल राजधानी के प्रभारी कृष्ण मोहन लाल ने पटना नगर निगम कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के छह नेताओं व अन्य के खिलाफ कोतवाली थाना में केस दर्ज कराया है। जिन नेताओं पर केस दर्ज कराया गया है उनमें चंद्रप्रकाश सिंह, रामजतन प्रसाद, नंदकिशोर दास, नीरज कुमार, अर्जुन प्रसाद व सतीश मिश्रा शामिल हैं। इनपर सरकारी काम में बाधा डालने, प्रतिबंधित क्षेत्र में धरना-प्रदर्शन करने, पशु क्रूरता अधिनियम आदि की धाराओं के तहत केस दर्ज हो गया है।