हादसे का बोलकर कारों से मोबाइल चुराने वाले बदमाशों ने की कई वारदातें, पुलिस ने दो एफआईआर ही दर्ज की
इंदौर / हादसे का बोलकर कार वालों को बरगलाकर उनके सामान लूटने वाली गैंग एक बार फिर सक्रिय हो चुकी है। लोगों का कहना है कि बदमाशों ने शहर में एक हफ्ते में कई वारदातें की हैं, लेकिन पुलिस ने मात्र दो एफआईआर ही दर्ज की है। तीन दिन पहले देवास नाका के पास एक एज्युकेशन इंस्टीट्यूट के सीनियर मैनेजर के साथ इसी तरह से वारदात हो गई। उसके अगले दिन टॉवर चौराहा और रेडिशन चौराहे पर भी घटना हुई थी। लोगों का आरोप है कि चार महीने पहले भी इस गैंग ने आतंक मचाया था, लेकिन जब पुलिस धरपकड़ नहीं कर पाई तो रिपोर्ट लिखना ही बंद कर दी गई थी। लसूड़िया पुलिस के अनुसार स्कीम नंबर 74 में रहने वाले रजनीश खरे के साथ 14 फरवरी को मोबाइल चोरी की वारदात हुई है। खरे जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के एडमिशन विभाग में सीनियर मैनेजर हैं। वे शाम को डकाच्या स्थित कैंपस से काम निपटाकर घर लौट रहे थे। देवास नाका पर रेड सिग्नल होने पर उन्होंने कार रोकी, तभी एक मोटा युवक पहुंचा। कार का कांच बजाने लगा। खरे ने कांच खोला तो वह बोला कि उसके पैर पर कार चढ़ा दी है। इसलिए कार साइड में लगाओ। वह जोर जोर से चिल्लाने लगा। तभी दूसरी तरफ से एक और युवक आकर कांच ठोंकने लगा। खरे ने दूसरा कांच भी खोला तो वह एक्सिडेंट की ही बात दोहराने लगा। खरे बातों में उलझ गए, तभी पहले वाला बदमाश उनकी कार में रखे दोनों मोबाइल ले भागा। फिर दूसरा भी भाग गया। खरे जब थाने पहुंचे तो पुलिस ने आवेदन ले लिया और तीसरे दिन रिपोर्ट दर्ज की। खरे जब एप्पल स्टोर पहुंचे तो वहां पता चला कि ऐसी ही वारदातें रेडिशन चौराहा और टॉवर चौराहे पर भी हुई है। ऐसी ही और भी कई वारदातें हो रही है, लेकिन पुलिस ने सिर्फ दो वारदातों में केस दर्ज किया है।