हाईकोर्ट के दो जजों की कोर्ट का बहिष्कार, खराब व्यवहार किए जाने का लगाया आरोप

इंदौर  . खराब व्यवहार किए जाने के आरोप में सोमवार को वकीलों ने हाई कोर्ट के दो जज की कोर्ट का बहिष्कार किया, लेकिन जजेस ने इस दौरान सामान्य दिनों की तरह अपनी कोर्ट में लगे प्रकरणों पर सुनवाई की। एक जज ने पांच लोगों को जमानत, दो मामलों में स्थगन दिया दूसरेे ने दो को जमानत व दो वारंट निरस्त किए। अब वकील 13 फरवरी को हाई कोर्ट में पैरवी नहीं करेंगे। क्रिमिनल की तरह सिविल मामले भी एक जज के द्वारा सुने जाने का विरोध कर रहे हैं।


जस्टिस विवेक रुसिया, जस्टिस रोहित आर्य की कोर्ट में वकील खुद तो पैरवी करने नहीं गए, लेकिन जो मामले जरूरी थे उनमें लिखित बहस बनाकर पक्षकार के जरिए कोर्ट में पेश करवाई। जिन मामलों में वकील या पक्षकार हाजिर नहीं हुए उन मामलों को आगे बढ़ा दिया गया। सुबह साढ़े 10 से शाम साढ़े चार बजे तक दो जजेस की कोर्ट चालू रही। वकील कोर्ट के बाहर से ही पक्षकारों को समझाकर भेज रहे थे। 


बार एसोसिएशन की सभा में लगाए थे आरोप
पिछले दिनों हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की साधारण सभा में वकीलों ने जजेस के खराब व्यवहार की शिकायत की थी। वकीलों ने कहा था कि सुनवाई के दौरान जजेस व्यक्तिगत कमेेंट भी करते हैं। काॅलर पर लगा बैंड खराब हो तो भी सबके सामने टोक देते हैं। केस में कोई कमी रह जाए तो सार्वजनिक रूप से डांट देेते हैं। हालांकि वकीलों का एक धड़ा बहिष्कार के पक्ष में नहीं था।