पाेर्न साइट्स पर प्रतिबंध के लिए दैनिक भास्कर का अभियान, जातीय-सामाजिक संगठनाें के प्रमुखों ने कहा-सरकार उठाए सख्त कदम
पटना / पाेर्न साइट्स पर प्रतिबंध काे लेकर दैनिक भास्कर के अभियान के तीसरे दिन बुधवार काे दैनिक भास्कर कार्यालय में हुई परिचर्चा में कई सामाजिक संगठनाें के प्रमुखाें ने इसपर प्रतिबंध लगाने की बात कही। साथ ही विभिन्न चैनलाें पर अाने वाले अश्लील कार्यक्रमाें पर राेक लगाने पर जाेर दिया। पब्जी जैसे खतरनाक गेम भी बैन करने की जरूरत बताई। कहा कि बच्चे देर रात तक कहीं माेबाइल पर पब्जी या अन्य खतरनाक गेम ताे नहीं खेल रहे हैं या काेई अश्लील साइट ताे नहीं देख रहे हैं, इस पर उनके गार्जियन काे सजग रहने की अावश्यकता है। सबाें ने इस मुद्दे काे मजबूती से उठाने अाैर दूसरे संगठनाें से समन्वय स्थापित कर जागरुकता अभियान चलाने का संकल्प व्यक्त किया। कहा कि पाेर्न साइट्स की वजह से समाज में तरह-तरह की बुराइयां सामने अा रही हैं। सामाजिक ताना-बाना बिखर रहा है।
हर व्यक्ति को जागरूक होना होगा
पाेर्न साइट्स का बढ़ता प्रभाव अाैर उसके चलते समाज में फैल रही विकृति गंभीर मुद्दा है। जागरुकता की शुरुअात परिवार व व्यक्ति से हाेनी चाहिए। हर व्यक्ति काे जागरूक हाेना हाेगा। -मृत्युंजय कुमार सिंह, अध्यक्ष, बिहार पुलिस एसाेसिएशन
एक रेगुलेटरी भी बननी चाहिए
सेक्स एजुकेशन के साथ पाेर्न साइट्स पर एक रेगुलेटरी बननी चाहिए। संगठनाें काे अपने सदस्यों के जरिए इस अभियान काे मुकाम तक पहुंचाने की अावश्यकता है। -राजीव रंजन प्रसाद, राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा
आध्यात्मिक प्रवृत्ति पर जोर देने की जरूरत
पाेर्न साइट्स ही नहीं पब्जी जैसे गेम पर राेक की जरूरत है। समाज में अश्लीलता फैलाने वाले तमाम साइट्स काे बैन करने के साथ अाध्यात्मिक प्रवृत्ति पर भी जाेर देने की जरूरत है। -प्रिंस कुमार राजू, अध्यक्ष, बरनवाल कल्याण न्यास
पहले हम सुधरें की सोच हो विकसित
हर स्कूल में सेक्स की पढ़ाई हाेनी चाहिए, ताकि बच्चे इसे जानने के प्रयास में गलत अादताें के चंगुल में न पड़ जाएं। पहले हम सुधरें तब दूसराें काे सुधारेंगे यह साेच विकसित हो। -नागमणि कुशवाहा, अध्यक्ष, अखिल भारतीय युवा कुशवाहा समाज
बच्चों को जागरूक बनाएं
बच्चाें के साथ-साथ शिक्षकाें समेत हर वर्ग काे इसके प्रति जागरूक करने की जरूरत है। अपने दिमाग के कचरे काे भी हटाना हाेगा। -अाशुताेष कुमार, अध्यक्ष, भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच फाउंडेशन
जागरुकता अभियान चले
वाट्सएप, फेसबुक के जरिए भी समाज में अश्लीलता पराेसी जा रही है। शहर ही नहीं गांवाें में भी इसके प्रति जागरुकता अभियान चलाने की अावश्यकता है। -राणा सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय क्षत्रिय एकता मिशन
वायरल करने पर प्रतिबंध लगे
माेबाइल पर चलने वाले हर गलत मैसेज व वायरल वीडियाे पर प्रतिबंध लगना चाहिए। माेबाइल का इस्तेमाल सकारात्मक कार्याें के लिए हाे। -धनवंत सिंह राठाैर, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय अपराध विराेधी माेर्चा
सरकार के लिए मुश्किल नहीं
सभी तरह के अश्लील साइट्स बंद हाेनी चाहिए। सरकार चाहे ताे यह काम मुश्किल नहीं है। कई स्कूलाें में पाेर्न साइट्स के साइड इफेक्ट के मामले सामने अाए। - मनाेज लाल दास मनु, संयाेजक, न्याय मंच बिहार
देश की संस्कृति समाप्त हो जाएगी
आज छाेटे-छाेटे बच्चे नेट पर गंदी पिक्चर देखते हैं। रिश्ते का भी उन्हें लिहाज नहीं है। अगर यही हाल रहा ताे देश की संस्कृति व तहजीब समाप्त हाे जाएगी। बैन के लिए संगठनाें काे पहल करनी चाहिए। - नीलिमा सिन्हा, लायंस एंथम क्लब, पटना
काउंसिलिंग की आवश्यकता
इंसानियत, मानवता और नैतिकता कहीं गुम हाेती जा रही है। बच्चाें के साथ उनके गार्जियन की काउंसेलिंग की अावश्यकता है। पाेर्न साइट्स ताे बैन हाेना ही चाहिए। - प्रीतम कुमार शाही, राष्ट्रीय सचिव, अखिल भारतीय युवा कुशवाहा समाज भारत
इंटरनेट का सही इस्तेमाल हो
इंटरनेट का सही इस्तेमाल हाे ताे समाज में तरक्की अाने से कोई नहीं राेक सकता है। विद्वान हाेने अाैर चरित्रवान हाेने में बहुत फर्क है। इसिलए सभी काे अपने अंदर झांकना चाहिए। - कृष्ण श्रुतिधर, नगर अध्यक्ष, सवर्ण सेना
हर जगह नैतिक शिक्षा दी जाए
पाेर्न साइट्स का मुद्दा हमारे घर-परिवार व जीवन से जुड़ा है। इसलिए अाज हर जगह नैतिक शिक्षा पर जाेर देने की अावश्यकता है। सिलेबस बनाकर सेक्स की शिक्षा पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। - अनिल कुमार, मानव उत्थानय सेवा समिति