पूरे देश में लागू होगी बिहार में चल रही भिक्षावृत्ति निवारण योजना, पहले चरण में 10 बड़े शहरों से शुरुआत होगी
पटना / बिहार में चल रही भिक्षावृत्ति निवारण योजना का मॉडल पूरा देश अपनाएगा। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय सूबे में 2012-13 से चल रही मुख्यमंत्री भिक्षावृत्ति निवारण योजना को पूरे देश में लागू करेगी। पहले चरण में देश के 10 बड़े शहरों में इसे लागू किया जाएगा। केन्द्र सरकार ने स्टेट सोसाइटी फॉर अल्ट्रा पुअर एंड सोशल वेलफेयर (सक्षम) को इस परियोजना को लागू करने के लिए नोडल एजेंसी बनाया है। योजना की समीक्षा के बाद इसे देश के 100 शहरों तक विस्तारित किया जाएगा। पिछले महीने राज्य के दौर पर आयी सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की टीम ने सेंटरों का दौरा कर मुख्यमंत्री भिक्षावृत्ति निवारण योजना के संचालन की विस्तृत जानकारी ली थी।
महिला भिक्षुओं के लिए राज्य के 5 शहरों में सेंटर
महिला भिक्षुओं के लिए शांति कुटीर के नाम से पटना, मुजफ्फरपुर, नालंदा और पूर्णिया में सेंटर चल रहे हैं। वहीं पुरुष भिक्षुओं के लिए पटना में सेवा कुटीर के नाम से एक सेंटर चलाया जा रहा है। हर सेंटर पर 100-100 भिक्षुओं के रहने, खाने, इलाज और अन्य सुविधा उपलब्ध है।
क्रियान्वयन पर होने वाले खर्च का 60 फीसदी हिस्सा केंद्र सरकार देगी
केन्द्र सरकार भिक्षावृत्ति निवारण योजना को बेंगलुरु, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, नागपुर, लखनऊ, इंदौर, हैदराबाद और पटना में लागू करेगी। इस योजना के क्रियान्वयन पर होने वाले खर्च का 60 फीसदी हिस्सा केन्द्र सरकार देगी। अभी बिहार में पटना समेत चार जिलों में चल रही इस योजना का खर्च राज्य सरकार वहन कर रही है।
कौशल विकास के जरिए रोजगार से जोड़ा जा रहा है
इस योजना का उद्देश्य भिक्षुओं की देखरेख और पुनर्वास करना है। वृद्ध और लाचार भिक्षुओं के लिए इलाज की व्यवस्था की गई है। 18-35 वर्ष के भिक्षुकों के लिए कौशल कुटीर के माध्यम से कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है।
योजना के क्रियान्वयन के लिए समक्ष नोडल एजेंसी को जिम्मेदारी
समाज कल्याण विभाग के निदेशक राज कुमार ने बताया कि केन्द्र सरकार बिहार में चल रही मुख्यमंत्री भिक्षावृत्ति निवारण योजना का मॉडल पूरे देश में लागू करने जा रही है। इसके लिए पहले चरण में दस शहरों का चुनाव किया गया है। समक्ष को योजना के क्रियान्वयन के लिए नोडल एजेंसी बनाया गया है।